प्रेम का राष्ट्रीयकरण (हास्य-व्यंग्य)- श्री घनश्याम सहाय बुधवार, जुलाई 22, 2020www.sangamsavera.in संगम सवेरा पत्रिका sangamsavera@gmail.com * प्रेम का राष्ट्रीयकरण * --------------------------- सरकार ने "प्रेम...Read More
भ्रष्टाचार (हास्य-व्यंग्य)- श्री नवल किशोर सिंह मंगलवार, जुलाई 21, 2020www.sangamsavera.in संगम सवेरा पत्रिका sangamsavera@gmail.com *भ्रष्टाचार* भ्रष्टाचार एक शाश्वत शब्द है। आप जहाँ खोजेंगे, वहीं मिल जाएगा।...Read More
घटोत्कच बध (हास्य-व्यंग्य)- श्री घनश्याम सहाय मंगलवार, जुलाई 21, 2020www.sangamsavera.in संगम सवेरा पत्रिका sangamsavera@gmail.com ।।घटोत्कच वध।। ----------------------- Pic courtesy:-google काम्यक...Read More
बस ऐसे ही (हास्य-व्यंग्य)- श्री घनश्याम सहाय रविवार, जुलाई 19, 2020www.sangamsavera.in संगम सवेरा पत्रिका sangamsavera@gmail.com "बस ऐसे ही" --------------- शून्य होती संवेदनायें। ---------------...Read More
तुम बड़े वो हो (हास्य-व्यंग्य)- श्री घनश्याम सहाय शुक्रवार, जुलाई 17, 2020www.sangamsavera.in संगम सवेरा पत्रिका sangamsavera@gmail.com ◆ तुम बड़े वो हो ◆ -------------------- "तुम न बड़े वो---हो"। यह ...Read More
आह्लाद-जून 2020 अंक वेब संस्करण गुरुवार, जुलाई 16, 2020www.sangamsavera.in संगम सवेरा पत्रिका sangamsavera@gmail.com आह्लाद जून 2020 अंक पृष्ठ पलटिये और पढ़िये 👇 "आह्लाद_जून_2020 अ...Read More
के पर करीं सिंगार पिया मोर आन्हर (हास्य-व्यंग्य)-श्री घनश्याम सहाय मंगलवार, जुलाई 14, 2020www.sangamsavera.in संगम सवेरा पत्रिका sangamsavera@gmail.com ◆के पर करीं सिंगार पिया मोर आन्हर◆ courtesy:-google ये एक भोजपुरी लोकोक्ति...Read More
भारत युद्ध नहीं बुद्ध देता है (हास्य-व्यंग्य)-श्री घनश्याम सहाय रविवार, जुलाई 12, 2020www.sangamsavera.in संगम सवेरा पत्रिका sangamsavera@gmail.com ★"भारत युद्ध नहीं बुद्ध देता है"★ मित्र! "भारत युद्ध नहीं बुद्...Read More
चटकी-मटकी (हास्य-व्यंग्य कविता)- श्री घनश्याम सहाय शनिवार, जुलाई 11, 2020www.sangamsavera.in संगम सवेरा पत्रिका sangamsavera@gmail.com ★★चटकी-मटकी★★ सखि शीष धरै, दधि की मटकी, अजी,चाल चल्यौं मटकी-मटकी। पग कान्ह क...Read More
चलली कुरबोरनी गंगा नहाए (हास्य-व्यंग्य)- श्री घनश्याम सहाय शुक्रवार, जुलाई 10, 2020www.sangamsavera.in संगम सवेरा पत्रिका "चलली कुरबोरनी गंगा नहाए" उक्ति बहुत पुरानी है किन्तु आज भी प्रचलन में है। 'कु...Read More