एक प्रश्न - -नवल किशोर सिंह शुक्रवार, जुलाई 07, 2023www.sangamsavera.in संगम सवेरा वेब पत्रिका एक प्रश्न? हे कविकुलभूषणों! हिंदी के तत्सम शब्दों को नित्य क्लिष्ट कहकर अस्पृश्य बतलाते हो। व्य...Read More
तीन मुक्तक _ डॉ केवलकृष्ण पाठक बुधवार, मई 18, 2022www.sangamsavera.in संगम सवेरा वेब पत्रिका तीन मुक्तक उठो, प्रतीक्षा करती तेरी राह है। जीवन जीना तेरी सुन्दर चाह है। भय संकट से मत ...Read More
एकात्म - सॉनेट (कविता)- प्रो विनीत मोहन औदिच्य गुरुवार, दिसंबर 09, 2021www.sangamsavera.in संगम सवेरा वेब पत्रिका एकात्म - सॉनेट मौन नभमंडल का हूँ मैं, तुम सुरों की रागिनी। ओज दिनकर का प्रखर मैं,तुम प्रकाशित ...Read More
सच्चा देशभक्त कौन? (कविता)- जितेंद्र कबीर मंगलवार, जनवरी 26, 2021www.sangamsavera.in संगम सवेरा वेब पत्रिका सच्चा देशभक्त कौन? सच्चा देशभक्त कौन? ' वो ' जो डटा रहता है खेतों में ज्यादातर, अपन...Read More
सैनिक (कविता)- सुमन राठौड़ मंगलवार, जनवरी 26, 2021www.sangamsavera.in संगम सवेरा वेब पत्रिका सैनिक सैनिक का महात्म्य बढाती है खाकी, रक्षक की रहती प्रतिक्षण चौड़ी छाती। न खौफ...Read More
तुम कौन हो मेरे !(कविता)- अंकिता गौराई शनिवार, जनवरी 16, 2021www.sangamsavera.in संगम सवेरा वेब पत्रिका तुम कौन हो मेरे ! तुम कौन हो मेरे! यह बताना छूट गया तुम जिंदगी हो मेरी यह जताना छूट गया कहाँ रह...Read More
विश्वास (कविता)- शिव सान्याल शनिवार, जनवरी 16, 2021www.sangamsavera.in संगम सवेरा वेब पत्रिका विश्वास साहस धैर्य विश्वास से,हैं सरल काज ओ जाते। दिनकर मुट्ठी में कैद को, सहज हाथ उठ जाते। अ...Read More
हम भी उधर जाते हैं (कविता)- सलिल सरोज शनिवार, दिसंबर 05, 2020www.sangamsavera.in संगम सवेरा वेब पत्रिका # हम भी उधर जाते हैं जिधर सब जाते हैं,हम भी उधर जाते हैं और फिर देखते हैं , हम किधर जाते हैं...Read More
कैसे गाएँ गीत मल्हार (कविता)- कमला सिंह 'महिमा' बुधवार, नवंबर 11, 2020www.sangamsavera.in संगम सवेरा वेब पत्रिका # कैसे गाएँ गीत मल्हार पल्लवित-पुष्पित जीवन था उसका हरियाली छायी थी चहुँओर | कहीं डाल पर क...Read More
नारी का उत्थान (कविता)- प्रेम बजाज सोमवार, नवंबर 09, 2020www.sangamsavera.in संगम सवेरा वेब पत्रिका #नारी का उत्थान करते हैं हम नारी उत्थान की बातें , फिर महावारी में क्यों नहीं करते उनके सम्मा...Read More