रचना आमंत्रण सूचना : अप्रैल 2023 अंक
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संगम सवेरा वेब पत्रिका
$●अप्रैल 2023 अंक हेतु रचनाएँ आमंत्रित●$
“संगम सवेरा”- मासिक ई-पत्रिका हेतु स्वरचित, मौलिक, साहित्यिक (हिंदी) रचनाएँ आमंत्रित-
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(रचनाएँ पीडीएफ के अतिरिक्त वेब पर प्रकाशित)
1. विषय- माँ जगदंबा : देवी एक रूप अनेक।
( विशेषांक )
विधा- स्वैच्छिक (गद्य /पद्य )।
2. निर्धारित शब्द-सीमा- अधिकतम एक पृष्ठ। (गद्य -अधिकतम 200 शब्द / पद्य -अधिकतम 16 पंक्तियाँ )
** (केवल एक रचना स्वीकार्य)**
3. रचनाएँ केवल देवनागरी लिपि में टंकित हो तथा पठनीय हो। कृपया टंकण में हिंदी की मानक वर्तनी का प्रयोग करें।
(स्क्रीनशॉट, फोटो कॉपी, पीडीएफ या रोमन लिपि में टंकित रचनाएँ अस्वीकार्य )
4. रचना के ऊपर ‘’शीर्षक” और नीचे आपका नाम लिखा होना अनिवार्य।
5. रचनाकार इस बात का विशेष ध्यान रखें कि प्रकाशन हेतु भेजी जाने वाली रचना प्रकाशन योग्य हो उसमें अनावश्यक *इमोजी*, *डॉट्स*, फिजूल के स्पेस या किसी प्रकार के अनावश्यक संकेत न हों। अतिशय टंकण-त्रुटियाँ पाई जाने पर रचना सम्मिलित नहीं की जा सकती है।
6.यथा स्थान व्याकरण सम्मत विराम चिन्ह यथा *अल्पविराम*, *पूर्णविराम* अवश्य लगें हों।
7.यदि रचना किसी भी *विधा* (छन्द, गजल, गीत इत्यादि) में लिखी गयी हो तो उस विधा के सभी नियमों का पालन पूरी तरह से होना चाहिये, विधानुरूप जाँच कर ही भेजें।
8. रचनाएँ ई-मेल– SANGAMSAVERA@GMAIL.COM
या, संगम सवेरा (मासिक ई पत्रिका) फेसबुक समूह 👉
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# 25 मार्च 2023 तक प्रेषित करें।#
9. अद्यतन जानकारी व ई-पत्रिका डाउनलोड करने के लिए संगम सवेरा फेसबूक समूह को देखें या www.sangamsavera.in को अवलोकित करें।
**इसके अतिरिक्त कोई संवाद करने में हम अक्षम हैं। **
10. पत्रिका की संभावित प्रकाशन तिथि-- 15 अप्रैल-2023 से पहले।
11. संपादक मंडल द्वारा गुणवत्ता के आधार पर चयनित रचनाएँ ही अंक में सम्मिलित किये जाएँगे।
12. पावती, पत्रिका-प्रेषण या अन्य किसी व्यक्तिगत संवाद के इच्छुक क्षमा करें।
13. रचना किसी एक ही माध्यम पर प्रेषित करें। (या तो मेल पर भेजें या फिर कमेंट बॉक्स में, एक ही साथ दोनों जगह न भेजें, सादर अनुरोध)
14. प्रकाशन संबन्धित अंतिम निर्णय संपादक मंडल का होगा।
15. निःशुल्क स्वयंसेवी उद्यम है अतः किसी मानदेय की अपेक्षा न रखें।
16. अधिक होने पर रचनाओं को आगे के अंकों में भी समायोजित किया जा सकता है।
संपादक मंडल
संगम सवेरा मासिक ई-पत्रिका
साहित्य सेवा केवलम
★★★
**दुर्गा स्तुति**
जवाब देंहटाएं_____________
**************"
नमामि वैष्णवी जया,
अनेकास्त्र धारिणी।
शांभवी भवानी सती,
महेश्वरी नारायणी ।।
महातपा उत्कर्षिणी ,
नमो नमो सुदर्शना ।
नमामि विन्ध्वासिनी,
सर्व वाहनवाहना ।।
नमामि हे महाबला ,
सुरेश्वरी महेश्वरी ।
बलप्रदा निराश्रया ,
बुद्धिदां परमेश्वरी ।।
नमो सुधामयी नमो ,
कामदा करुणामयी ।
सुभाषिनी सुहासिनी ,
मूलाधार वेदत्रयी ।।
सर्व कार्य विधायिनी ,
शुंभ निशुंभ तारिणी ।
नमामि सृष्टि मातृका ,
नमो ब्रम्हचारिणी ।।
सर्वरूपेरूपीणिम ,
शुचि शिवा प्रभावती ।
कपालिनी हे अंबिके ,
नमामि हे कलावती ।।
सुज्योत्सना सुयोजना ,
सुभावना दुलारती ।
सुलोचना सुसाधिका,
सुधा शुचि है तारती ।।
🌸🌸🌸🌸🌸🌸जय माता रानी
__________&______
*सुधा देवांगन "शुचि"*
जिला रायगढ़ ((छत्तीसगढ़))
आप सभी को हिन्दू नवसंवत्सर की बहुत-बहुत बधाई और हार्दिक शुभकामनाएं।👏👏👏👏👏👏🌸🌸🌸🌸🌸🌸👏👏👏👏जय माता दी 👏