भारतीय आयरन मैन (आलेख)- मंगलेश सोनी

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भारतीय आयरन मैन



मणिपुर के रहने वाले प्रेम निगोमबम जोकि कबाड़ के कचरे से आयरन मैन बनाने का एक बेहतरीन काम कर चुके हैं, उन्हें महिंद्रा एंड महिंद्रा के मालिक आनंद महिंद्रा ने अपनी यूनिवर्सिटी हैदराबाद में मैकेनिकल इंजीनियरिंग मैं एडमिशन दिलवाया है, साथ ही इनकी भविष्य की पूरी शिक्षा महिंद्रा एंड महिंद्रा कंपनी अपनी तरफ से करवाने वाली है।

बिजनेस टाइकून आनंद महिंद्रा सोशल मीडिया पर अपने दिलचस्प पोस्ट के लिए जाने जाते हैं. वह अपने पोस्ट के जरिए अपने फैंस  और फॉलोअर्स का मनोरंजन करते रहते हैं. सोशल मीडिया की दुनिया में वह नई-नई प्रतिभाओं को खोजते रहते हैं, इसी कड़ी में उन्होंने मणिपुर (Manipur) के युवक का वीडियो शेयर किया है और लोगों का परिचय ‘असली आयरन मैन’ से कराया है।



आनंद महिंद्रा ने पोस्ट में एक ऐसे लड़के की वीडियो शेयर की है जिसने वेस्ट से वंडर बना दिया है. कहने का मतलब है युवक ने कबाड़ से आयरन मैन (Iron Man) का शानदार सूट बना दिया है। जिसकी वजह से ये आज हर जगह चर्चा का विषय बना हुआ है।



पूर्व में भी महिंद्रा इसी तरह के युवाओं को प्रेरित करने वाले कई निर्णय लेकर उनके जीवन को बदल चुके हैं आनंद महिंद्रा ने अपने ट्विटर पर प्रेम की फोटो शेयर करते हुए उनका स्वागत हैदराबाद यूनिवर्सिटी में किया। उन्होंने लिखा की प्रेम जो भी अपने जीवन में करना चाहते हैं उसके लिए हम हमेशा उनके साथ हैं। साथ ही इंडिगो एयरलाइन ने भी प्रेम का भावपूर्ण स्वागत किया, उनके लिए स्पेशल सीट अरेंज की और अपने ट्विटर अकाउंट पर उसकी फोटो शेयर करते हुए उनके सफल होकर वापस आने की शुभकामनाएं दी। मणिपुर का यह युवा पालक मैकेनिकल इंजीनियरिंग का टोनी स्टार्क ही माना जा सकता है क्योंकि बिना इंजीनियरिंग की शिक्षा के कव्वाल और बेकार पड़े सामान से आयरन मैन जैसा सूट और आयरन मैन मूवी में दिखाए गए स्टूडियो के कई उपकरण प्रेम ने अपने घर पर तैयार किए हैं।



 इनका घर बहुत ही सुविधाओं वाला घर नहीं है इनकी मां रोजगार करती हैं और उसी से पूरे परिवार की आजीविका चलती है उसके बाद भी प्रेम ने आज ऐसा कीर्तिमान कर दिखाया जो देश के सभी युवाओं को प्रेरित करने वाला है एक बालक अपने घर में रहकर विदेश में बनी मूवी से इंस्पायर होकर इंजीनियरिंग के बड़े से बड़े जा ताऊ को टक्कर दे सके ऐसा मॉडल तैयार करता है वास्तव में भारत में मेकर्स की कोई कमी नहीं है, आवश्यकता है उन्हें पहचान कर आगे लाने की, इसके लिए आनंद महिंद्रा जी को हम सभी का धन्यवाद।

-मंगलेश सोनी
युवा लेखक व स्तंभकार
मनावर जिला धार, मध्यप्रदेश
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