रचना आमंत्रण- जून 2021 अंक हेतु

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संगम सवेरा वेब पत्रिका





# ●जून 2021 अंक हेतु रचनाएँ आमंत्रित

  

  “संगम सवेरा”- मासिक ई-पत्रिका जून 2021 अंक  हेतु स्वरचित, मौलिक, साहित्यिक (हिंदी) रचनाएँ आमंत्रित-
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(रचनाएँ पीडीएफ के अतिरिक्त वेब पर प्रकाशित)


1. विषय- पर्यावरण


   विधा- स्वैच्छिक


2. निर्धारित शब्द-सीमा--पद्य-अधिकतम 20 पंक्तियाँ या गद्य—अधिकतम 200 शब्दों में।
** (प्रति अंक केवल एक)**


3. रचनाएँ केवल देवनागरी लिपि में टंकित हो तथा पठनीय हो। कृपया टंकण में हिंदी की मानक वर्तनी का प्रयोग करें।


(स्क्रीनशॉट, फोटो कॉपी, पीडीएफ या रोमन लिपि में टंकित रचनाएँ अस्वीकार्य )


4. रचना के ऊपर ‘’शीर्षक” और नीचे आपका नाम लिखा होना अनिवार्य।



5.  रचनाकार इस बात का विशेष ध्यान रखें कि प्रकाशन हेतु भेजी जाने वाली रचना प्रकाशन योग्य हो उसमें अनावश्यक *इमोजी*, *डॉट्स*, फिजूल के स्पेस या किसी प्रकार के अनावश्यक संकेत न हों। अतिशय टंकण-त्रुटियाँ पाई जाने पर रचना सम्मिलित नहीं की जा सकती है।


6.यथा स्थान व्याकरण सम्मत विराम चिन्ह यथा *अल्पविराम*, *पूर्णविराम* अवश्य लगें हों।


7.यदि रचना किसी भी *विधा* (छन्द, गजल, गीत इत्यादि) में लिखी गयी हो तो उस विधा के सभी नियमों का पालन पूरी तरह से होना चाहिये, विधानुरूप जाँच कर ही भेजें।


8. रचनाएँ ई-मेल– SANGAMSAVERA@GMAIL.COM
या,  संगम सवेरा (मासिक ई पत्रिका) फेसबुक समूह 👉
https://www.facebook.com/groups/362680897753541/
के रचना आमंत्रण सूचना- जून अंक के कमेंट बॉक्स में --
# 18 मई 2021 से पहले प्रेषित करें।#


9. अद्यतन जानकारी व ई-पत्रिका डाउनलोड करने के लिए संगम सवेरा फेसबूक समूह को देखें या www.sangamsavera.in को अवलोकित करें।
**इसके अतिरिक्त कोई संवाद नहीं किया जाएगा। **


10. पत्रिका की संभावित प्रकाशन तिथि-- 10 जून -2021 से पहले।


11. संपादक मंडल द्वारा गुणवत्ता के आधार पर चयनित रचनाएँ ही अंक में सम्मिलित किये जाएँगे।


12. पावती, पत्रिका-प्रेषण या अन्य किसी व्यक्तिगत संवाद के इच्छुक क्षमा करें।


13. रचना किसी एक ही माध्यम पर प्रेषित करें। (या तो मेल पर भेंजे या फिर कमेंट बॉक्स में, एक ही साथ दोनों जगह न भेंजे, सादर अनुरोध)


14. प्रकाशन संबन्धित अंतिम निर्णय संपादक मंडल का होगा। 


15. निःशुल्क स्वयंसेवी उद्यम है अतः किसी मानदेय की अपेक्षा न रखें। 


16. अधिक होने पर रचनाओं को आगे के अंकों में भी समायोजित किया जा सकता है।



       संपादक मंडल
       संगम सवेरा मासिक ई-पत्रिका
       साहित्य संगम संस्थान 

       


1 टिप्पणी:

  1. हमें पत्रिका प्रकाशन के बारे में जानकर हर्ष हुआ कि आधुनिक युग में आवश्यकतानुसार आपकी मुहिम पाठकों तक वेव के माध्यम से या पीडीएफ के माध्यम से पहुंच कर लोगों को अच्छा साहित्य पढ़ने हेतु उपलब्ध करा रही है।
    बहुत बहुत धन्यवाद आपके इस प्रयास हेतु

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