संगम सवेरा मई अंक का विमोचन संदेश
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संगम सवेरा पत्रिका
🌺संगम सवेरा इ पत्रिका के मई अंक का लोकार्पण 🌺
मनहर सुंदर पत्रिका, भरे अनेकों स्वाद।
होता रसास्वादन है, मिलता है आह्लाद ।।
संगम सवेरा मासिक -इ- पत्रिका के प्रधान सम्पादक आदरणीय श्रीमान नवल किशोर सिंह जी को हार्दिक बधाई और शुभ कामनाएँ देती हूँ जिन्होंने बहुत ही कुशाग्रता और दक्षता से इस पत्रिका को सम्पादित किया है। वे साहित्यकारों को बहुत उच्चकोटि के साहित्य लिखने के लिये अपने सम्पादकीय में परामर्श देते हुए कहते हैं कि :-
“धर्म मान साहित्य को -, करें सृजन विद्वान।
सशक्त सार्थक भाव को, भाषा दे अधिमान।”
“संपादक “ एक व्यंग्य कविता लिखकर वे कहते हैं कि सम्पादक का अमर होना आसान नहीं।
आदरणीय अध्यक्ष राजवीर सिंह जी का अध्यक्षीय पढ़ने से जो वंचित रह जायेंगे जीवन में महान बनने के मूल मंत्र से चूक जायेंगे। मैं जीवन के इस पड़ाव पर भी उसका मनन चिंतन करना चाहती हूँ। वे गुणी पुरुष आज के चाणक्य हैं।
डॉ तेजराम नायक जी ने भी साहित्यकारों को ऐसा साहित्य लिखने के लिए कहा है जो पाठकों पर अमिट छाप छोड़े।
आदरणीय डॉ मीना भट्ट जी, अध्यक्षा लोकायुक्त जबलपुर, आ॰ छाया सक्सेना प्रभु जी, आ॰ राज पुरोहित, राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी जी, आ॰ वंदना नामदेव जी, आ॰ दुर्गेश राव जी के योगदान से पत्रिका आह्लादकारी बन गई ।
मेरा साहित्य संगम संस्थान के सभी साहित्यकारों से अनुरोध है कि वे स्वयं, अपने परिवार के अन्य सदस्यगण और परिचितों को यह पत्रिका पढ़ने के लिए दें।ताकि श्रेष्ठ रचनाकारों को और संगम सवेरा इ पत्रिका का सम्पादन करने वाले महानुभावों को उनका परितोष मिल सके। सराहना से कार्य करने की क्षमता दोगुनी बढ़ जाती है।
सर्वश्रेष्ठ, श्रेष्ठ, सराहनीय और सहभागिता करने वाले रचनाकारों को मेरी हार्दिक बधाई और शुभ कामनायें कि उनका साहित्य सत्प्रवृत्तियाँ का सम्वर्द्धन करे और समाज में वैचारिक क्रांति लाये।
संजीव शुक्ला रिक्त जी की अशर्फ़ियों में तोलने योग्य छंद रचना की एक पंक्ति
“पर्णधाम में नितांत अँधकार है।” पर्णधाम शायद श्रमिक का बैकुण्ठधाम है ।छंद के भाव और भाषा सराहनीय ही नहीं अपितु हृदय के कोष में संग्रहणीय है।
सर्वश्रेष्ठ श्रम - रवीन्द्र सम्मान से सम्मानित आ॰ संजीव शुक्ला रिक्त , आ॰ रिपुदमन झा “ पिनाकी “ और आदरणीया नेम लता पटेल नम्रता जी को हार्दिक बधाई और शुभ कामनायें। साहित्य जगत में देदीप्यमान नक्षत्र की भाँति चमकें।
मुझे संगम सवेरा इ पत्रिका के मई अंक का लोकार्पण करने का सौभाग्य दिया । उसके लिये मैं आदरणीय अध्यक्ष जी और प्रमुख सम्पादक आ॰ नवल किशोर सिंह जी का हार्दिक आभार व्यक्त करती हूँ । उन्हें संगम सवेरा इ पत्रिका के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए हार्दिक बधाई और शुभ कामनाएँ देती हूँ।
जय हिंद जय हिंदी
-ऊषा सेठी कमाल
पूर्व निर्देशिका
जन शिक्षण संस्थान ,
सिरसा
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