दैनिक श्रेष्ठ सृजन-05/03/2020(ऊषा सेठी कमाल)

साहित्य संगम संस्थान
रा. पंजी. सं.-S/1801/2017 (नई दिल्ली)
दैनिक श्रेष्ठ सृजन-05/03/2020
संपादक (दैनिक सृजन) - वंदना नामदेव
हार्दिक शुभकामनाएँ🌷🌻🌹
श्रेष्ठ रचनाकार- आoऊषा सेठी कमाल जी
एवं
श्रेष्ठ टिप्पणीकार- आo आशुतोष त्रिपाठी आलोक जी





05 मार्च 2020
शीर्षक:- कमल
(मुक्तक )

( १ )
कीचड़ दलदल हो यहाँ , करता कमल विकास ।
जीवन में हर आदमी , करे ग्रहण गुण ख़ास ।
सात चक्र इस देह के , सात भाँति के पद्म ,
ये प्रतीक अध्यात्म का , रहे ब्रह्म का वास ।। ।
( २ )

सबके अंदर पद्म सम , ईश दिये गुण नेक ।
कीचड़ में रहते हुये , रखिये बुद्धि विवेक ।
भौंर कमल की प्रीत से , मिलता है ये ज्ञान ,
कमल समान निर्लिप्त हो , रहे ब्रह्म की टेक ।।

स्वरचित :-
ऊषा सेठी कमाल
सिरसा

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