दैनिक श्रेष्ठ सृजन-20/02/2020(रूपेंद्र गौर)
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संगम सवेरा पत्रिका
साहित्य संगम संस्थान
रा. पंजी. सं.-S/1801/2017 (नई दिल्ली)
दैनिक श्रेष्ठ सृजन-20/02/2020
संपादक (दैनिक सृजन) - वंदना नामदेव
हार्दिक शुभकामनाएँ🌷🌻🌹
श्रेष्ठ रचनाकार- आ0 रूपेंद्र गौर जी
एवं
श्रेष्ठ टिप्पणीकार- आ0 नवीन कुमार भट्ट जी
20 फरवरी 2020
शीर्षक- मर्यादा
(मुक्तक)
मर्यादा किसको कहते हैं, ये भगवान राम से सीखिए,
कर्म की महत्ता का प्रतिफल, श्रीघनश्याम से सीखिए,
ये त्रेता और द्वापर युग की साक्षात् सच्चाई है,
गर कलयुग में मर्यादा सीखना है तो कलाम से सीखिए।
अपने बच्चों में मर्यादा का थोड़ा पाठ पढ़ाकर देखो,
उनके मन में मर्यादा के कुछ तो बीज उगाकर देखो,
कैसे नहीं निकलते हैं वो दुनिया में अव्वल इंसान,
भगवान श्री रामचंद्र जी का चरित्र उनको समझाकर देखो।
मर्यादा में रहना उनको रत्तीभर नहीं भाता है,
बड़े बुजुर्गों का आदर करना उनको नहीं सुहाता है,
उनके अपने बच्चे भी जब उनकी राह पकड़ते हैं,
अपनी इन गलतियों पर उन्हें रह- रह कर रोना आता है।
चरित्र हो ऐसा जिसकी, चर्चा करे सकल जहान,
सादगी ऐसी हो जिसकी, मिशाल दे हर इंसान,
व्यवहार में हो मधुरता जिसका कोई जोड़ नहीं,
मर्यादा धारी इंसान ही आगे, चलकर बनता है महान।
★रूपेन्द्र गौर, 8871675954★ इटारसी,
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