दैनिक श्रेष्ठ सृजन-20/01/2020 (संतोष कुमार वर्मा )
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संगम सवेरा पत्रिका
शीर्षक- "साइबर सुरक्षा"
(परिचर्चा)
साइबर सुरक्षा कि अगर हम बात करें तो आज के युग में कंप्यूटर का जैसे-जैसे विकास हुआ है मोबाइल, टेबलेट, आईफोन सभी के हाथों में उपलब्ध हो गई है। हालांकि विज्ञान मनुष्य की प्रगति के लिए नई-नई खोज करता रहता है परंतु मनुष्य उस नए खोज में दूसरों को हानि कैसे पहुंचाया जाए यह उपाय ढूंढ लेता है।आज भारत ही नहीं बल्कि पूरा विश्व साइबर सुरक्षा के लिए तत्पर है उस पर काम कर रहे हैं और साइबर क्राइम की एक अलग शाखा भी बनाई गयी है जहां साइबर संबंधित शिकायत कर सकते हैं।
परंतु जैसा हम सभी जानते हैं आप किसी एक व्यक्ति पर उंगली उठाते हैं तो 4 उंगली आपकी तरफ ही दोषी साबित करती है ठीक उसी प्रकार साइबर सुरक्षा भी है। अगर हम सतर्क रहें तो साइबर सुरक्षा से बच सकते हैं। परंतु इसके लिए हमें बहुत ही सावधान होकर चलना पड़ेगा। आजकल बहुत तरह के फ्रॉड केस चल रहे हैं जिसमें लोगों को ठगा जा रहा है। कहीं-कहीं तो यह भी देखा गया है कि बैंक वालों की मिलीभगत भी होती है। इसलिए आप अपना मोबाइल किसी को भी मत दीजिए या ऐसे व्यक्ति को दीजिए जो आपका विश्वासी हो। क्योंकि आज के युग में हम ज्यादातर कैशलेस ट्रांजैक्शन करते हैं। अभी तो ऐसे भी ऐप आज के हैं की जिसे इंस्टॉल करने के बाद आपको जो व्यक्ति इंस्टॉल करने के लिए बोला उस व्यक्ति के पास आप अपने मोबाइल पर जो भी कार्य कर रहे हैं वह उसे देख पाता है तो ऐसे कार्यों से ऐसे व्यक्तियों से हमें सचेत होने की जरूरत है।
कई बार एटीएम में भी ऐसा होता है कि हम एटीएम से पैसा उठाने के बाद सीधे चल जाते हैं कैंसिल करना भूल जाते हैं। ऐसी गलती करने के बाद कोई भी व्यक्ति अगर आपके बाद एटीएम में जाता है वह आराम से आपके अकाउंट से पैसे निकाल सकता है। ऐसे में सावधानी बरतनी चाहिए और एटीएम से निकलने से पहले पूरी ट्रांजैक्शन करने के बाद कैंसिल करना मत भूलिए और जब स्क्रीन पर "ट्रांजैक्शन कंप्लीटेड" आ जाये उसे कैंसिल करके बाहर निकलिये।
कई बार हम लकी ड्रॉ के केस में फंस जाते हैं कि आपको एक करोड़ जीतने का मौका मिला है इसलिए आप अपना डिटेल भेजिए या अकाउंट नंबर भेजिए या उस पर पैसे भेजने के लिए आपको कुछ रकम देने होंगे या अपना पूरा पता और अकाउंट का डिटेल भेजिए। ऐसा ईमेल करके या मैसेज करके सिर्फ और सिर्फ आपको फंसाया जाता है। और ऐसे भी कोई व्यक्ति जो अमेरिका में रहता है या विदेश में रहता है वह ना आपको जानता है ना आपसे कभी परिचित है ना ही आपको देखा तो उसके लकी ड्रा में आपका नाम कैसे जा सकता है? या आप उसके विजेता कैसे बन सकते हैं यह सोचने वाली बात है।यह सब सिर्फ जाल बिछाया जाता है आप को फंसाने के लिए। तो ऐसे मामलों में हमें सतर्क होने की जरूरत है।अपनी जरूरी चीजें कभी किसी को ना बताएं खासकर अकाउंट नंबर, उसका पिन नंबर, सीवीवी नंबर, एटीएम पर लिखा हुआ अंतिम तिथि। और कहीं आपको लगे कि मेरे अकाउंट से कुछ रुपया निकाला जा रहा है जिसे आपके द्वारा नहीं निकाला गया है तो तुरंत अपने एटीएम कार्ड को ब्लॉक कराएं और अपने नजदीकी थाना में शिकायत दर्ज करें।
इस तरह हम साइबर सुरक्षा कर सकते हैं खास बात यह है कि अपनी सुरक्षा अपने हाथों में होती है हम किसी के बहकावे में आकर थोड़ी सी लालच में जो मेरे पास मेहनत के पैसे बचे रहते हैं उसे भी गंवा बैठते हैं तो ऐसा कदापि ना करें।
-@संतोष कुमार वर्मा कविराज
कांकिनाड़ा, कोलकाता
पश्चिम बंगाल
संगम सवेरा पत्रिका
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दैनिक श्रेष्ठ सृजन
संपादक (दैनिक सृजन) - वंदना नामदेव
हार्दिक शुभकामनाएँ-आ0 संतोष कुमार वर्मा कविराज जी
20 जनवरी 2020शीर्षक- "साइबर सुरक्षा"
(परिचर्चा)
साइबर सुरक्षा कि अगर हम बात करें तो आज के युग में कंप्यूटर का जैसे-जैसे विकास हुआ है मोबाइल, टेबलेट, आईफोन सभी के हाथों में उपलब्ध हो गई है। हालांकि विज्ञान मनुष्य की प्रगति के लिए नई-नई खोज करता रहता है परंतु मनुष्य उस नए खोज में दूसरों को हानि कैसे पहुंचाया जाए यह उपाय ढूंढ लेता है।आज भारत ही नहीं बल्कि पूरा विश्व साइबर सुरक्षा के लिए तत्पर है उस पर काम कर रहे हैं और साइबर क्राइम की एक अलग शाखा भी बनाई गयी है जहां साइबर संबंधित शिकायत कर सकते हैं।
परंतु जैसा हम सभी जानते हैं आप किसी एक व्यक्ति पर उंगली उठाते हैं तो 4 उंगली आपकी तरफ ही दोषी साबित करती है ठीक उसी प्रकार साइबर सुरक्षा भी है। अगर हम सतर्क रहें तो साइबर सुरक्षा से बच सकते हैं। परंतु इसके लिए हमें बहुत ही सावधान होकर चलना पड़ेगा। आजकल बहुत तरह के फ्रॉड केस चल रहे हैं जिसमें लोगों को ठगा जा रहा है। कहीं-कहीं तो यह भी देखा गया है कि बैंक वालों की मिलीभगत भी होती है। इसलिए आप अपना मोबाइल किसी को भी मत दीजिए या ऐसे व्यक्ति को दीजिए जो आपका विश्वासी हो। क्योंकि आज के युग में हम ज्यादातर कैशलेस ट्रांजैक्शन करते हैं। अभी तो ऐसे भी ऐप आज के हैं की जिसे इंस्टॉल करने के बाद आपको जो व्यक्ति इंस्टॉल करने के लिए बोला उस व्यक्ति के पास आप अपने मोबाइल पर जो भी कार्य कर रहे हैं वह उसे देख पाता है तो ऐसे कार्यों से ऐसे व्यक्तियों से हमें सचेत होने की जरूरत है।
कई बार एटीएम में भी ऐसा होता है कि हम एटीएम से पैसा उठाने के बाद सीधे चल जाते हैं कैंसिल करना भूल जाते हैं। ऐसी गलती करने के बाद कोई भी व्यक्ति अगर आपके बाद एटीएम में जाता है वह आराम से आपके अकाउंट से पैसे निकाल सकता है। ऐसे में सावधानी बरतनी चाहिए और एटीएम से निकलने से पहले पूरी ट्रांजैक्शन करने के बाद कैंसिल करना मत भूलिए और जब स्क्रीन पर "ट्रांजैक्शन कंप्लीटेड" आ जाये उसे कैंसिल करके बाहर निकलिये।
कई बार हम लकी ड्रॉ के केस में फंस जाते हैं कि आपको एक करोड़ जीतने का मौका मिला है इसलिए आप अपना डिटेल भेजिए या अकाउंट नंबर भेजिए या उस पर पैसे भेजने के लिए आपको कुछ रकम देने होंगे या अपना पूरा पता और अकाउंट का डिटेल भेजिए। ऐसा ईमेल करके या मैसेज करके सिर्फ और सिर्फ आपको फंसाया जाता है। और ऐसे भी कोई व्यक्ति जो अमेरिका में रहता है या विदेश में रहता है वह ना आपको जानता है ना आपसे कभी परिचित है ना ही आपको देखा तो उसके लकी ड्रा में आपका नाम कैसे जा सकता है? या आप उसके विजेता कैसे बन सकते हैं यह सोचने वाली बात है।यह सब सिर्फ जाल बिछाया जाता है आप को फंसाने के लिए। तो ऐसे मामलों में हमें सतर्क होने की जरूरत है।अपनी जरूरी चीजें कभी किसी को ना बताएं खासकर अकाउंट नंबर, उसका पिन नंबर, सीवीवी नंबर, एटीएम पर लिखा हुआ अंतिम तिथि। और कहीं आपको लगे कि मेरे अकाउंट से कुछ रुपया निकाला जा रहा है जिसे आपके द्वारा नहीं निकाला गया है तो तुरंत अपने एटीएम कार्ड को ब्लॉक कराएं और अपने नजदीकी थाना में शिकायत दर्ज करें।
इस तरह हम साइबर सुरक्षा कर सकते हैं खास बात यह है कि अपनी सुरक्षा अपने हाथों में होती है हम किसी के बहकावे में आकर थोड़ी सी लालच में जो मेरे पास मेहनत के पैसे बचे रहते हैं उसे भी गंवा बैठते हैं तो ऐसा कदापि ना करें।
-@संतोष कुमार वर्मा कविराज
कांकिनाड़ा, कोलकाता
पश्चिम बंगाल
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