दैनिक श्रेष्ठ सृजन-10/01/2020(ज्योति मिश्रा)

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दैनिक श्रेष्ठ सृजन
संपादक (दैनिक सृजन) - वंदना नामदेव
हार्दिक शुभकामनाएँ-आ0 ज्योति मिश्रा जी
10 जनवरी 2020
शीर्षक- "प्रेम-पथ"
           ( तुकांत कविता)

प्रेम है,पावन परम , 
           प्रेम से जग संचार। 
प्रेम सृष्टि का बीज है,
            प्रेम प्रकृति उपहार।
जाके हदय प्रेम नहीं,
        नहीं मातुपिता का मान।
गुरू के प्रति आदर नही,
         वह   नर   पशु   समान। 
क्रोध,घृणा अति क्रूरता,
              ये सब पंथ विनाश ।
प्रेम करो, हर जीव से
           मार्ग है,आत्मविकास।
राधा गोपी कृष्ण का,
            प्रेम अमर चिरकाल।
  त्याग समर्पित राधिका
           जिनका हृदय विशाल।
 देश प्रेम सबसे बड़ा
             उससे बड़ा न कोई।
 देश की रक्षा जो करे,
              वीर बहादुर वो ही ।
 प्राण न्यौछावर जो करे,
              मातृभूभि की आन।
  शीश झुकाते देव भी,
              जो वीर अमर जवान।
-@ज्योति मिश्रा
         जबलपुर

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