दैनिक श्रेष्ठ सृजन-27/11/2019 (नीलांजना गुप्ता)

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दैनिक श्रेष्ठ सृजन-27/11/2019
साहित्य संपादक- वंदना नामदेव

हार्दिक शुभकामनाएँ-आ0 नीलांजना गुप्ता जी

27 नवंबर 2019
शीर्षक- "देश के धर्माचार्यों के नाम पत्र"



परम श्रद्धेय आदरणीय विद्वतजन
पावन चरणों में कोटिशः वन्दन!
           यह भारत भूमि, जो सदियों से ऋषियों की तपस्थली के रूप में जानी जाती रही, त्याग,तपस्या, ज्ञान, वैराग्य का परम पावन श्रोत जहाँ से फूटा, और सम्पूर्ण विश्व को अपनी ज्ञानगंगा में तिरोहित करता हुआ आज भी निर्वाध्य रूप से निरन्तर परमानन्द के सागर में श्रद्धालुओं को आल्हादित कर रहा है।युगयुगान्तर पूर्व भारतीय मनीषियों द्वारा सृजित यह ऋचायें आज भी पूर्णतया प्रासंगिक हैं, जिसमें उस परम सत्य और परम कल्याण का अपूर्व भेद छिपा हुआ है।लेकिन इन महान अद्भुत ग्रंथों के संवाहक व परम सत्य को निरूपण कर जन-जन तक पहुंचाने का महान उत्तरदायित्व आप धर्म गुरुओं के श्री चरणों में समर्पित है। आप ही समाज के आदर्श हैं, आपके मुखारबिंद से प्रस्फुटित ओजस्वी वाणी जहाँ एक ओर सोये हुए जन मानस को जागृत करती है तो वहीं आपका उद्दात्त पावन आचरण समाज के लिए अनुकरणीय होता है।एक अकिंचन के रूप में सादर प्रार्थना है कि वर्तमान समाज में धर्म के नाम पर ही कुछ ऐसे लोग जो धर्म के वास्तविक रूप से भोले-भाले जनमानस को भटकाकर झूठे कर्मकांडो में उलझा कर सत्य स्वरूप को विकृत कर रहे हैं, इन सबका खण्डन व विरोध करते हुए आप ही वैश्विक समाज को सही दिशा में
प्रणीत कर सकते हैं, ज्यादा कुछ लिखना सूरज को दीपक दिखाने जैसा होगा!
सादर नमन श्री चरणों में, शेष क्षमा प्रार्थी!
✍️नीलांजना गुप्ता



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