दैनिक श्रेष्ठ सृजन-26/11/2019 (वंदना नामदेव)
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साहित्य संगम संस्थान रा. पंजी. सं.-S/1801/2017 (नई दिल्ली)
👉sangamsavera@gmail.com
साहित्य संपादक-वंदना नामदेव
हार्दिक शुभकामनाएँ आ0 वंदना नामदेव जी
दैनिक श्रेष्ठ सृजन
26 नवंबर 2019
शीर्षक- "स्वानुशासन"
(दोहा छंद)
स्वानुशासन धारण कर, फिर देखो तुम खेल।
जगतपालक ईश्वर से , हो जायेगा मेल।।
स्वानुशासन सिखाय हैं, माता-पिता व शिक्षक।
आज्ञा जो माने सदा, बन जाते वो रक्षक।।
जीवन में दुर्व्यसन से, रखना खुद को दूर।
हँसते-गाते जन सभी, आये ऐसा नूर।।
स्वानुशासन है करता , पूरा हर संकल्प।
निश्चय मिलती जीत है, दूजा नहीं विकल्प।।
स्वानुशासन से बनता, उज्जवल सबके चरित्र।
साथ ना छोड़ें पथ पर, ऐसे मिलेंगें मित्र।।
-©वन्दना नामदेव
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साहित्य संपादक-वंदना नामदेव
हार्दिक शुभकामनाएँ आ0 वंदना नामदेव जी
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26 नवंबर 2019
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(दोहा छंद)
स्वानुशासन धारण कर, फिर देखो तुम खेल।
जगतपालक ईश्वर से , हो जायेगा मेल।।
स्वानुशासन सिखाय हैं, माता-पिता व शिक्षक।
आज्ञा जो माने सदा, बन जाते वो रक्षक।।
जीवन में दुर्व्यसन से, रखना खुद को दूर।
हँसते-गाते जन सभी, आये ऐसा नूर।।
स्वानुशासन है करता , पूरा हर संकल्प।
निश्चय मिलती जीत है, दूजा नहीं विकल्प।।
स्वानुशासन से बनता, उज्जवल सबके चरित्र।
साथ ना छोड़ें पथ पर, ऐसे मिलेंगें मित्र।।
-©वन्दना नामदेव
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